सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्रतिरक्षा तंत्र

प्रतिरक्षा तंत्र (Immune System)

प्रतिरक्षा तंत्र हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली है जो रोगाणुओं, विषाणुओं और बैक्टीरिया जैसे हानिकारक कारकों से शरीर की सुरक्षा करता है। यह तंत्र शरीर को संक्रमण और रोगों से बचाता है तथा शरीर में स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक होता है।

मुख्य घटक (Components)

  • लसीका तंत्र (Lymphatic System): लसीका ग्रंथियाँ और नलिकाएं जो संक्रमण से लड़ने वाले लसीकाकोष बनाती हैं।
  • श्वेत रक्त कण (White Blood Cells - WBCs): रोगाणुओं को पहचानकर उन्हें नष्ट करते हैं।
  • टी-कोशिकाएँ (T-cells): संक्रमित कोशिकाओं को नष्ट करती हैं।
  • बी-कोशिकाएँ (B-cells): एंटीबॉडी बनाकर संक्रमण से लड़ती हैं।
  • थाइमस, प्लीहा और अस्थिमज्जा (Thymus, Spleen, Bone marrow): रोग प्रतिरोधी कोशिकाओं का निर्माण व परिपक्वता।

प्रतिरक्षा तंत्र कैसे कार्य करता है?

graph TD A[रोगाणु शरीर में प्रवेश करते हैं] --> B[WBCs उन्हें पहचानते हैं] B --> C[एंटीबॉडी का निर्माण] C --> D[रोगाणुओं को निष्क्रिय करना] D --> E[स्मृति कोशिकाएँ बनना]

प्रकार

  • प्राकृतिक प्रतिरक्षा (Innate Immunity): जन्म से प्राप्त प्रतिरक्षा जो त्वरित और सामान्य होती है।
  • अनुकूली प्रतिरक्षा (Adaptive Immunity): जीवन के अनुभवों से विकसित होती है और विशेष रोगों के प्रति लक्षित होती है।

टीकाकरण (Vaccination)

टीके (Vaccines) शरीर को एक रोग के प्रति प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं। टीका लगने पर शरीर संबंधित रोग के प्रति स्मृति कोशिकाएँ विकसित करता है जिससे भविष्य में रोग के संक्रमण पर त्वरित प्रतिक्रिया हो।

प्रतिरक्षा तंत्र को स्वस्थ रखने के उपाय

  • संतुलित आहार और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन
  • योग और व्यायाम
  • पर्याप्त नींद
  • तनाव से दूर रहना
  • स्वच्छता और वैक्सीनेशन

रोचक तथ्य

  • एक चम्मच खून में लाखों श्वेत रक्त कोशिकाएं होती हैं।
  • हर बार संक्रमण के बाद प्रतिरक्षा तंत्र और मजबूत होता है।
  • स्मृति कोशिकाएँ दशकों तक शरीर में बनी रह सकती हैं।

यह पोस्ट STEM Hindi की मानव शरीर प्रणाली श्रृंखला का समापन है।
सभी प्रणालियों को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणियाँ